न्यूज़ चैनलों पर एक जुमला अक्सर निगाहों पर हमला करता रहता है - ब्रेकिंग न्यूज़! दर्शक बेचारा यह सोचता रह जाता है कि इसमें न्यूज़ क्या है और ब्रेकिंग क्या है। लेकिन कल जो हुआ वह उसने यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि यह ब्रेकिंग न्यूज़ हार्ट ब्रेकिंग है या माइंडब्रेकिंग (अंग्रेज़ी दान जुमला गढ़ने की मेरी धृष्टता को क्षमा करें)। अपने निठल्लेपन से उकता कर हम रात के बारह बजे एक क्षेत्रीय चैनल लगाए हुए थे और आशा के अनुरूप जन्माष्टमी की धूम मची हुई थी। तभी एकाएक फ्लैश चमका - ब्रेकिंग न्यूज़ -देश भर में जन्माष्टमी की धूम! क्यों भैया इसमें क्या ब्रेकिंग न्यूज़ हो गया? पत्रकार बनने की तैयारी में न्यूज़ की जितनी परिभाषाएं सीखी थीं सब याद आने लगीं। कोई परिभाषा फिट नहीं बैठ रही थी। ज़्यादा से ज़्यादा दिमाग यही सोच पाया की अगर "धूम" के बजाय "शोक की लहर" या ऐसा कुछ अटपटा होता तो शायद न्यूज़ की किसी विकृत कसौटी पर खरा उतरा। थोडी देर बाद एंकर महोदय का क्रंदन सुनाई दिया - भगवान् कृष्ण का जन्म हो चुका। लहजा ऐसा था गोया किसी अवतार का नहीं किसी हाड मांस के इंसान के जन्म की बात हो रही हो जिसमें सुनने वाला यह पूछ बैठे - माँ बच्चा दोनों स्वस्थ हैं न और लड़का है या लड़की? मगर एंकर महोदय इतने में थोड़े मानने वाले थे। उन्होंने अगली घोषणा कर डाली - मन्दिर के अलावा मथुरा के सैकडों घरों में भी कृष्ण भगवन का जन्म होने वाला है। अब तुम्हे कैसे मालूम भाई कहाँ कौन पैदा होने वाला है? इतने बड़े अंतर्यामी हो? और कृष्ण ही हर जगह पैदा होंगे इसका मतलब क्या है। सर कहीं पैदा होगा, धड कहीं और। हाथ पैर कहीं और ही। और अगर इतने सारे कृष्ण पैदा होने हैं तो उतनी संख्या में देवकी, वसुदेव, नन्द और यशोदा का प्रबंध हुआ है या नहीं। जाने इन सब मौकों पर हमारा भगवा ब्रिगेड और उसका सांस्कृतिक राष्ट्रवाद कहाँ चला जाता है? खैर वे तो पुराने प्रमादग्रस्त हैं। सुप्रीम कोर्ट में अनाप शनाप मुक़दमे दर्ज करके अनर्गल चीज़ों को प्रचार दे देंगे लेकिन उनके हिंदुत्व का तमाशा बनने गया है यह नहीं देखेंगे। और चैनल वालों को क्या कहें? कौन समझाए उन्हें? Infotainment (मनोरंजन के साथ सूचना) प्रदान करने की बात करते हैं और भक्ति की अभिव्यक्ति में जो स्वाभाविक माधुर्य होता है, चाहे वह किसी मत के अनुयायियों के द्वारा हो, उसे ही नहीं समझ पाते। अपना गला भी ख़राब करते हैं और हमारे कान भी। कृष्ण जी, यदि आप सुन रहे हैं तो कृपया इस ब्रेकिंग न्यूज़ पर भी अपना सुदर्शन चक्र चलायें!
Saturday, August 15, 2009
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आप ब्रेकिंग न्यूज़ पर ही चिपके रहे. चैनल बदलते तो आपके टीवी स्क्रीन पर शायद ये सब भी दिखता-
ReplyDelete'आ गए श्रीकृष्ण, कंस तेरी ख़ैर नहीं!'
'बिग बी ने मनाई जन्माष्टमी, ब्लॉग पर किया खुलासा'
'अमर ने सिंगापुर में याद किया कान्हा को, मथुरा की सुध नहीं लेने के लिए माया को कोसा'
'राखी ने श्रीकृष्ण को स्वामी माना, इलेश खटखटाएँगे अदालत का दरवाज़ा'
'Krishna a saviour or just a war monger?'
'श्रीकृष्ण का जन्म सबसे पहले हमारे चैनल पर!'
Sahi kaha! Aajkal sab news hi Breaking news hota hai!
ReplyDeleteMain ek ajib si uljhan mein hun... ki aakhir "Breaking news" hai kya?
ReplyDeletemere vichar se aaj ka media kahi na kahi path bhramit ho gaya hai...
ReplyDeletesamaj ko vastu stithi se avgat karane wale madhyam se hat kar apne ko "Wall Street" samajh aur samachar ko tradeable instrument bana kar bechne ka platform ho gaya hai...